पाठ-योजना
जो देखकर नहीं देखते (वसंत)
कक्षा-6
अवधि-3 दिन
सीखने
की संप्राप्ति-
1. पढ़कर अपरिचित परिस्थितियों और घटनाओं की कल्पना करते हैं और उन पर अपने मन में बनने वाली ध्वनियों और विचारों के बारे में मौखिक, सांकेतिक भाषा में बतातो हैं।
2. अपने अनुभवों को अपनी भाषा शैली में लिखते हैं। लेखन के विविध तरीकों और शैलियों का प्रयोग करते हैं; जैसे- विभिन्न तरीकों से (कहानी, कविता, निबंध आदि) कोई अनुभव लिखना।
3. पढ़ी गई सामग्री पर चिंतन करते हुए बेहतर समझ के लिए प्रश्न पूछते हैं।
4. विभिन्न पठन सामग्रियों में प्रयुक्त शब्दों, मुहावरों, लोकोक्तियों के अर्थ समझते हुए सराहना करते हैं।
सीखने
के उद्देश्य-
1. पठन एवं लंखन कौशल का विकास।
2. कलात्मक कौशल का विकास।
3. छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान देना।
4. छात्रों को भावात्मक विकास करना।
21वीं शताब्दी के कौशल-
1.कल्पनाशीलता।
2. सृजनात्मकता।
3. अभिव्यक्ति।
4. रचनात्मकता।
5. कलात्मकता।
अधीति-
सर्वप्रथम छात्रों को नेत्रों को महत्व समझाते हुए पाठ का प्रारंभ किया जाएगा तथा छात्रों को संपूर्ण पाठ अर्थ सहित समझाया जाएगा और छात्रों से पाठ को दीक्षा एप के माध्यम से भी समझने के लिए कहा जाएगा।
बोध-
अध्यापक द्वारा सर्वप्रथम किसी विकलांग व्यक्ति के बारे में जानकारी तथा चित्र प्राप्त करने के लिए कहा जाएगा, जिसने जीवन में बहुत संघर्ष करके उपलब्धि प्राप्त की हो। उसके पश्चात् अध्यापक द्वारा विद्याथियों को उस चित्र को A4
साइज शीट पर चिपकाने के लिए कहा जाएगा तथा प्राप्त जानकारी को चित्र के नीचे लिखने के लिए कहा जाएगा। अंत में छात्र उस जानकारी को मौखिक रूप से कक्षा में अन्य छात्रों को समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
मूल्यांकन मापदंड-
विषय की प्रस्तुति - 3
भाषा का स्तर - 1
आत्मविश्वास - 1
अभ्यास-
1. छात्रों में व्याकरणिक ज्ञान हेतु पाठ से संबंधित एक कार्यपत्रक दिया जाएगा।
2. अतिलघु, लघु एवं दीर्घ प्रश्नों का एक संग्रह प्रदान किया जाएगा।
प्रयोग-
छात्रों को कहा जाएगा कि आप कल्पना कीजिए कि आप किसी जरूरी काम से जा रहे हैं और रास्ते में आपको एक ऐसा व्यक्ति मिलता है जो देख नहीं सकता, आप उसकी मदद करने को उत्सुक हैं। उससे बातचीत करते हुए संवाद लिखिए।
आप………………………………………………..…………………
वह व्यक्ति………………………………………………………
आप……………………………………………………..…………..
वह व्यक्ति……………………………………………………..
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